दफ़्तर में ज़ेहन घर निगह रास्ते में पाँव By Sher << अब न वो अहबाब ज़िंदा हैं ... हमें जो फ़िक्र की दावत न ... >> दफ़्तर में ज़ेहन घर निगह रास्ते में पाँव जीने की काविशों में बदन हाथ से गया Share on: