वो दिन गए कि 'दाग़' थी हर दम बुतों की याद By Sher << वो जब चले तो क़यामत बपा थ... वाइज़ बड़ा मज़ा हो अगर यू... >> वो दिन गए कि 'दाग़' थी हर दम बुतों की याद पढ़ते हैं पाँच वक़्त की अब तो नमाज़ हम Share on: