दहकी है आग दिल में पड़े इश्तियाक़ की By Sher << बैठे रहे वो ख़ून-ए-तमन्ना... जिन की हसरत में दिल-ए-रुस... >> दहकी है आग दिल में पड़े इश्तियाक़ की तेरे सिवाए किस से हो इस का इलाज आज Share on: