दम-ब-दम उठती हैं किस याद की लहरें दिल में By Sher << कुंज-ए-क़फ़स ही जिस का मु... घर के सब दरवाज़े क्यूँ दी... >> दम-ब-दम उठती हैं किस याद की लहरें दिल में दर्द रह रह के ये करवट सी बदलता क्या है Share on: