दर्द ज़ंजीर की सूरत है दिलों में मौजूद By Sher << ऐ शैख़ वो बसीत हक़ीक़त है... लपका है ये इक उम्र का जाए... >> दर्द ज़ंजीर की सूरत है दिलों में मौजूद इस से पहले तो कभी इस के ये पैराए न थे Share on: