दरिया ने शर्त बाँधी थी क़ीमत पे प्यास की By Sher << फ़ज़ाओं में मोहब्बत घोलता... अपनी अम्मी को मोहब्बत से ... >> दरिया ने शर्त बाँधी थी क़ीमत पे प्यास की हम ने भी जान दे दी मगर तिश्नगी न दी Share on: