फ़ज़ाओं में मोहब्बत घोलता हूँ By Sher << हम तुम्हारे तो हर तरह से ... दरिया ने शर्त बाँधी थी क़... >> फ़ज़ाओं में मोहब्बत घोलता हूँ मैं हिन्दी हूँ मैं उर्दू बोलता हूँ Share on: