ये कैसी बद-दुआ' दी है किसी ने By Sher << आता है जी में साक़ी-ए-मह-... हल्का था नदामत से सरमाया ... >> ये कैसी बद-दुआ' दी है किसी ने समुंदर हूँ मगर खारा हुआ हूँ Share on: