देख आओ मरीज़-ए-फ़ुर्क़त को By Sher << दिल को जानाँ से 'हसन&... चोट जब दिल पर लगे फ़रियाद... >> देख आओ मरीज़-ए-फ़ुर्क़त को रस्म-ए-दुनिया भी है सवाब भी है Share on: