देख कर मुझ को तुझे क्यूँ है तहय्युर नासेह By Sher << ज़िंदगी तुझ से ये गिला है... पँख हिला कर शाम गई है इस ... >> देख कर मुझ को तुझे क्यूँ है तहय्युर नासेह मशरब-ए-इश्क़ है ये मज़हब-ए-इस्लाम नहीं Share on: