देखूँ वो करती है अब के अलम-आराई कि मैं By Sher << इक क़िस्सा-ए-तवील है अफ़्... भटक रहा हूँ मैं इस दश्त-ए... >> देखूँ वो करती है अब के अलम-आराई कि मैं हारता कौन है इस जंग में तन्हाई कि मैं Share on: