देर तक मिल के रोते रहे राह में By Sher << वही यकसानियत-ए-शाम-ओ-सहर ... वो हम-सफ़र था मगर उस से ह... >> देर तक मिल के रोते रहे राह में उन से बढ़ता हुआ फ़ासला और मैं Share on: