दिखा था ख़्वाब में रोता हुआ दिल By Sher << मोहब्बतों के हसीं बाब से ... जो ये हिन्दोस्ताँ नहीं हो... >> दिखा था ख़्वाब में रोता हुआ दिल कहूँ क्या अब तलक दहशत में हूँ मैं Share on: