दिखाऊँगा तुझे ज़ाहिद उस आफ़त-ए-दीं को By Sher << बदन ने कितनी बढ़ा ली है स... ग़म मुसलसल हो तो अहबाब बि... >> दिखाऊँगा तुझे ज़ाहिद उस आफ़त-ए-दीं को ख़लल दिमाग़ में तेरे है पारसाई का Share on: