दिल और दुनिया दोनों को ख़ुश रखने में By Sher << घर ग़ैर के जो यार मिरा रा... अभी दिलों की तनाबों में स... >> दिल और दुनिया दोनों को ख़ुश रखने में अपने-आप से दूरी तो हो जाती है Share on: