घर ग़ैर के जो यार मिरा रात से गया By Sher << देख कर उस को लगा जैसे कही... दिल और दुनिया दोनों को ख़... >> घर ग़ैर के जो यार मिरा रात से गया जी सीने से निकल गया दिल हात से गया Share on: