दिल जो टूटा है तो फिर याद नहीं है कोई By Sher << चराग़ों को आँखों में महफ़... तुम्हारे ख़्वाब लौटाने पे... >> दिल जो टूटा है तो फिर याद नहीं है कोई इस ख़राबे में अब आबाद नहीं है कोई Share on: