दिल के वीराने में घूमे तो भटक जाओगे By दिल, Sher << एक आईना रू-ब-रू है अभी बुझी हुई हैं निगाहें ग़ुब... >> दिल के वीराने में घूमे तो भटक जाओगे रौनक़-ए-कूचा-ओ-बाज़ार से आगे न बढ़ो Share on: