दिल की बात लबों पर ला कर अब तक हम दुख सहते हैं By Sher << बिछड़ के तुझ से न जी पाए ... फटे पुराने बदन से किसे ख़... >> दिल की बात लबों पर ला कर अब तक हम दुख सहते हैं हम ने सुना था इस बस्ती में दिल वाले भी रहते हैं Share on: