दिल को फाँसा है हर इक उज़्व की तेरे छब ने By Sher << दिल से बस हाथ उठा तू अब ऐ... दिल चुरा ले के अब किधर को... >> दिल को फाँसा है हर इक उज़्व की तेरे छब ने हाथ ने पाँव ने मुखड़े ने दहन ने लब ने Share on: