दिल को फिर दर्द से आबाद किया है मैं ने By Sher << धुआँ जो कुछ घरों से उठ रह... शब कितनी बोझल बोझल है हम ... >> दिल को फिर दर्द से आबाद किया है मैं ने मुद्दतों बा'द तुझे याद किया है मैं ने Share on: