दिल में दुख आँखों में नमी आसमाँ पर घटाएँ By Sher << लड़ गई उन से नज़र खिंच गए... शोर करता फिर रहा हूँ ख़ुश... >> दिल में दुख आँखों में नमी आसमाँ पर घटाएँ अंदर बाहर इस ओर उस ओर हर ओर बादल Share on: