दीवानगी के सिलसिला का होए जो मुरीद By Sher << कुछ यूँ लगता है तिरे साथ ... जो आशिक़ हो उसे सहरा में ... >> दीवानगी के सिलसिला का होए जो मुरीद उस गेसू-ए-दराज़ सिवा पीर ही नहीं Share on: