दोनों का मिलना मुश्किल है दोनों हैं मजबूर बहुत By Sher << तड़प के रह गई बुलबुल क़फ़... आज कुछ रंग दिगर है मिरे घ... >> दोनों का मिलना मुश्किल है दोनों हैं मजबूर बहुत उस के पाँव में मेहंदी लगी है मेरे पाँव में छाले हैं Share on: