दोस्त बन बन के मिले मुझ को मिटाने वाले By Sher << दर्द-ए-सर है तेरी सब पंद-... न हाथ सूख के झड़ते हैं जि... >> दोस्त बन बन के मिले मुझ को मिटाने वाले मैं ने देखे हैं कई रंग ज़माने वाले Share on: