दोस्तों से इस क़दर सदमे उठाए जान पर By Sher << फ़स्ल-ए-बहार आई पियो सूफ़... दिल की कुदूरतें अगर इंसाँ... >> दोस्तों से इस क़दर सदमे उठाए जान पर दिल से दुश्मन की अदावत का गिला जाता रहा Share on: