दुल्हन की मेहंदी जैसी है उर्दू ज़बाँ की शक्ल By Sher << अबस मेहनत है कुछ हासिल नह... भला आदमी था प नादान निकला >> दुल्हन की मेहंदी जैसी है उर्दू ज़बाँ की शक्ल ख़ुशबू बिखेरता है इबारत का हर्फ़ हर्फ़ Share on: