दुश्मनों को दोस्त भाई को सितमगर कह दिया By Sher << मैं तो अपनी जान पे खेल के... अल्लाह-रे चश्म-ए-यार की म... >> दुश्मनों को दोस्त भाई को सितमगर कह दिया लोग क्यूँ बरहम हैं क्या शीशे को पत्थर कह दिया Share on: