ऐ ज़ाहिदो बातिल से क़सम खाओ जो पहले By Sher << तुझे दुश्मनों की ख़बर न थ... न मोहतसिब की ख़ुशामद न मय... >> ऐ ज़ाहिदो बातिल से क़सम खाओ जो पहले तो तुम से कहें हम हक़ ओ बातिल की हक़ीक़त Share on: