ऐ सदफ़ सुन तुझे फिर याद दिला देता हूँ By Sher << अंदर के हादसों पे किसी की... ऐ ख़ुदा मेरी रगों में दौड... >> ऐ सदफ़ सुन तुझे फिर याद दिला देता हूँ मैं ने इक चीज़ तुझे दी थी गुहर करने को Share on: