एक दर्द-ए-जुदाई का ग़म क्या करें By Sher << एक झोंका इस तरह ज़ंजीर-ए-... मैं ने भी देखने की हद कर ... >> एक दर्द-ए-जुदाई का ग़म क्या करें किस मरज़ की दवा है तिरे शहर में Share on: