इक दिन वो मिल गए थे सर-ए-रहगुज़र कहीं By Sher << यूँ दर्द ने उम्मीद के लड़... अजीब शख़्स था मैं भी भुला... >> इक दिन वो मिल गए थे सर-ए-रहगुज़र कहीं फिर दिल ने बैठने न दिया उम्र भर कहीं Share on: