यूँ दर्द ने उम्मीद के लड़ से मुझे बाँधा By Sher << हथेलियों में लकीरों का जा... इक दिन वो मिल गए थे सर-ए-... >> यूँ दर्द ने उम्मीद के लड़ से मुझे बाँधा दरियाओं को जिस तरह किनारा करे कोई Share on: