एक हँसती हुई बदली देखी By भ्रष्टाचार, याद, Sher << ज़मीं नई थी अनासिर की ख़ू... आबाद मय-कदे भी हैं दैर-ओ-... >> एक हँसती हुई बदली देखी एक जलता हुआ घर याद आया Share on: