इक जैसे हैं दुख सुख सब के इक जैसी उम्मीदें By Sher << हुस्न जिस हाल में नज़र आय... हूँ तिश्ना-काम-ए-दश्त-ए-श... >> इक जैसे हैं दुख सुख सब के इक जैसी उम्मीदें एक कहानी सब की क्या उनवान किसी का रक्खें Share on: