एक नग़्मा इक तारा एक ग़ुंचा एक जाम By Sher << क्या मिला अर्ज़-ए-मुद्दआ ... उन से मिलते थे तो सब कहते... >> एक नग़्मा इक तारा एक ग़ुंचा एक जाम ऐ ग़म-ए-दौराँ ग़म-ए-दौराँ तुझे मेरा सलाम Share on: