क्या मिला अर्ज़-ए-मुद्दआ से 'फ़िगार' By Sher << गुज़र जाएँगे जब दिन गुज़र... एक नग़्मा इक तारा एक ग़ुं... >> क्या मिला अर्ज़-ए-मुद्दआ से 'फ़िगार' बात कहने से और बात गई Share on: