इक सानेहा सा दफ़्न हूँ लेकिन कभी कभी By Sher << बारिश शराब-ए-अर्श है ये स... उलझ रहा था अभी ख़्वाब की ... >> इक सानेहा सा दफ़्न हूँ लेकिन कभी कभी सदियों की क़ब्र से भी उठाया गया हूँ मैं Share on: