फ़लक की ख़बर कब है ना-शाइरों को By Sher << कहाँ तक ऐ वाइज़ो ये झगड़े... ये शबनमी लहजा है आहिस्ता ... >> फ़लक की ख़बर कब है ना-शाइरों को यूँही घर में बैठे हवा बाँधते हैं Share on: