आग़ाज़ तो अच्छा था 'फ़ना' दिन भी भले थे By Sher << आज उस से मैं ने शिकवा किय... दिल किसी बज़्म में जाते ह... >> आग़ाज़ तो अच्छा था 'फ़ना' दिन भी भले थे फिर रास मुझे इश्क़ का अंजाम न आया Share on: