फिर बदन में थकन की गर्द लिए By Sher << हुजूम-ए-संग में क्या हो स... अब बहुत दूर नहीं मंज़िल-ए... >> फिर बदन में थकन की गर्द लिए फिर लब-ए-जू-ए-बार हैं हम लोग Share on: