फिर तुम्हारे पाँव छूने ख़ुद बुलंदी आएगी By Sher << फूलों का तबस्सुम भी वो पह... किन किन की आत्माएँ पहाड़ो... >> फिर तुम्हारे पाँव छूने ख़ुद बुलंदी आएगी सब दिलों पर राज कर के ताज-दारी सीख लो Share on: