किन किन की आत्माएँ पहाड़ों में क़ैद हैं By Sher << फिर तुम्हारे पाँव छूने ख़... थक के यूँ पिछले पहर सौ गय... >> किन किन की आत्माएँ पहाड़ों में क़ैद हैं आवाज़ दो तो बजते हैं पत्थर के दफ़ यहाँ Share on: