उसी दुनिया के कुछ नक़्श-ओ-निगार अशआ'र हैं मेरे By Sher << यारो नए मौसम ने ये एहसान ... तिरे जमाल की तस्वीर खींच ... >> उसी दुनिया के कुछ नक़्श-ओ-निगार अशआ'र हैं मेरे जो पैदा हो रही है हक़्क़-ओ-बातिल के तसादुम से Share on: