यारो नए मौसम ने ये एहसान किए हैं By Sher << इक जाम-ए-मय की ख़ातिर पलक... उसी दुनिया के कुछ नक़्श-ओ... >> यारो नए मौसम ने ये एहसान किए हैं अब याद मुझे दर्द पुराने नहीं आते Share on: