फूँक कर मैं ने आशियाने को By Sher << हमीं ने रास्तों की ख़ाक छ... ऐ चारागरो पास तुम्हारे न ... >> फूँक कर मैं ने आशियाने को रौशनी बख़्श दी ज़माने को Share on: