हमीं ने रास्तों की ख़ाक छानी By Sher << 'अशहर' कहीं क़रीब... फूँक कर मैं ने आशियाने को >> हमीं ने रास्तों की ख़ाक छानी हमीं आए हैं तेरे पास चल के Share on: