गह तीर मारता है गह संग फेंकता है By Sher << कर गई दीवानगी हम को बरी ह... वो कुछ रूठी हुई आवाज़ में... >> गह तीर मारता है गह संग फेंकता है वो शोख़ हम पर और हम मिस्ल-ए-हदफ़ खड़े हैं Share on: