ग़ैरों को भला समझे और मुझ को बुरा जाना By Sher << मैं संतरी हूँ औरतों की जे... नज़र किसी को वो मू-ए-कमर ... >> ग़ैरों को भला समझे और मुझ को बुरा जाना समझे भी तो क्या समझे जाना भी तो क्या जाना Share on: