ग़लत बातों को ख़ामोशी से सुनना हामी भर लेना By Sher << बुत-ख़ाने की उल्फ़त है न ... वतन को फूँक रहे हैं बहुत ... >> ग़लत बातों को ख़ामोशी से सुनना हामी भर लेना बहुत हैं फ़ाएदे इस में मगर अच्छा नहीं लगता Share on: